पढ़ रहे थे बच्चे तभी भरभरा कर गिर पड़ी स्कूल की इमारत ! 10 छात्रों की मौत,कई अस्पताल में भर्ती

Authored By: News Corridors Desk | 25 Jul 2025, 02:20 PM
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राजस्‍थान के झालावाड़ में एक प्राइमरी स्कूल की इमारत गिरने से अबतक 10 बच्चों की मौत और करीब 30 बच्चों के घायल होने की खबर है । घायलों में से करीब 11 बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है । इन सभी बच्चों को इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है । 

हादसा शुक्रवार की सुबह हुई । मनोहरथाना इलाके के पिपलोदी गांव में रोजाना की तरह बच्चे स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे । इसी दौरान स्कूल की जर्जर हो चुकी इमारत भरभरा कर गिर गई । बच्‍चों को भागना तो दूर सोचने-समझने तक का मौका नहीं मिला । देखते ही देखते वहां चीख-पुकार मच गई ।

हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं  उनमें गांव के लोग बदहवास दिख रहे हैं । महिलाएं अपने बच्चों के लिए फूट-फूट कर रो रही हैं और सब मिलकर जल्द से जल्द मलबे में फंसे बच्चों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं । 

गांव के लोगों ने कई बच्चों को मलबे से निकाला 

जैसे ही हादसे की खबर मिली गांव में अफरा-तफरी मच गई । ग्रामीण लोग दौड़ पड़े और मलबे से बच्चों को निकालने की कोशिश शुरू कर दी । उन्होंने कई बच्चों को मलबे से निकाला । इसके बाद सूचना मिलने पर पुलिस-प्रशान भी पहुंची और बचाव कार्य को तेज किया गया । जेसीबी मशीन के जरिए मलबा हटाने का काम शुरू हुआ ।

झालावाड़ कलेक्टर, एसपी और शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंचे । घायल बच्चों को मनोहर थाना अस्पताल में भर्ती कराया गया । इनमें गंभीर रुप से घायल बच्चों को झालावाड़ जिला अस्पताल में एडमिट किया गया है । 

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प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताया शोक

 राजस्थान में झालावाड़ के सरकारी स्कूल की छत गिरने की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है । सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में  उन्होंने लिखा ,"राजस्थान के झालावाड़ स्थित एक स्कूल में हुई दुर्घटना दुखद और अत्यंत दुःखद है । इस कठिन घड़ी में मेरी संवेदनाएं प्रभावित छात्रों और उनके परिवारों के साथ हैं । मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं । अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।" 

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी हादसे पर दुख जताते हुए  कहा, "झालावाड़ के पीपलोदी में विद्यालय की छत गिरने से हुआ दर्दनाक हादसा अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है । घायल बच्चों के समुचित उपचार सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है  । ईश्वर दिवंगत दिव्य आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें और शोकाकुल परिजनों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति दें ।"

राहत-बचाव कार्य पूरा भी नहीं हुआ कि शुरू हो गई राजनीति

पिपलोदी गांव में हुए हादसे की खबर आने के साथ ही राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई । कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी गहरा दुख जताया और पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की । राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिवालर ने स्कूल में हुई घटना पर दुख जताया । उन्होंने कहा कि घायल बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है । इलाज का कर्चा सरकार उठीएगी । उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच की बात भी कही है । 

इसके साथ ही शिक्षा मंत्री ने हादसे के लिए पिछली कांग्रेस सरकार को भी जिम्मेदार ठहरा दिया । उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस सरकार का किया हुआ पाप है ।  पिछले 5 सालों में कांग्रेस सरकार ने स्कूलों की ठीक से देख-भाल नहीं की जिससे वे जर्जर हो गए । शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम राज्य के स्कूलों की चरणबद्ध तरीके से मरम्मत करवा रहे हैं और स्कूलों को पूरी तरह ठीक करेंगे । 

जर्जर अवस्था में थी स्कूल की इमारत 

पिपलोदी गांव झालावाड़ जिला मुख्‍यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर है ।यहां के जिस स्कूल की बिल्डिंग गिरी है वह काफी जर्जर हालत में थी । कुछ दिनों से इलाके में हो रही बारिश ने रही-सही कसर पूरी कर दी । हैरत की बात यह है कि स्कूल भवन के जर्जर होने और बच्चों के सिर पर मंडरा रहे खतरे की जानकारी अधिकारियों को पहले से थी । परन्तु किसी ने इसकी परवाह नहीं की ।सरकारी अमले की इस लापरवाही की कीमत 10 मासूमों को अपनी जान गंवाकर और करीब 30 बच्चों को अस्पताल में भर्ती होकर चुकाना पड़ा है ।