ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्षी दल लगातार सरकार से इस बात का जवाब मांग रहे हैं कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच सिजफायर कराया था ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं है।UN के 193 देशों में सिर्फ 3 देशों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया।पीएम मोदी ने मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा का जवाब देते हुए इस सवाल का पहली बार जवाब दिया. पीएम मोदी ने बताया कि 9 तारीख को रात को अमेरिका के उपराष्ट्रपति एक घंटे तक उनसे बात करने के लिए कोशिश करते रहे थे. बाद में जब बात हुई तो उनसे साफ कह दिया गया था कि पाकिस्तान की हिमाकत उसे बहुत महंगी पड़ेगी.
क्या कहा PM मोदी ने:-
उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का नाम लिए बिना कहा- दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन रोकने नहीं कहा था। पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO से हमला रोकने की गुहार लगाई थी। क्योंकि वो हमारा हमला नहीं झेल पा रहा था।
पीएम ने आगे बताया कि बाद में जब मैंने उनको कॉल बैक किया तो अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझे बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है। मेरा जो जवाब था, जिनको समझ नहीं आता है, उनको नहीं आएगा । मेरा जवाब था- अगर पाकिस्तान का यह इरादा है, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा । अगर पाकिस्तान हमला करेगा, तो हम बड़ा हमला करके जवाब देंगे । यह मेरा जवाब था । आगे मैंने एक वाक्य कहा था- हम गोली का जवाब गोले से देंगे । यह नौ तारीख रात की बात है ।
मोदी से पहले राहुल गांधी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने 29 बार कहा है कि हमने युद्ध रुकवाया। अगर दम है तो प्रधानमंत्री यहां सदन में यह बोल दें कि वह झूठ बोल रहे हैं। कहें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारा एक भी फाइटर जेट नहीं गिरा।
उसके आगे संसद को संवोधीत करते हुए कहा कि सेना में जो सुधार हुए आजादी के बाद हुए। CDS की नियुक्ति नया विचार नहीं था, दुनिया में होता है, भारत में निर्णय नहीं होता था। तीनों सेनाओं ने इसे दिल से स्वीकार किया।