प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिली 'धर्म चक्रवर्ती' की उपाधि, मां भारती को किया समर्पित

Authored By: News Corridors Desk | 28 Jun 2025, 06:06 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को 'धर्म चक्रवर्ती' की उपाधि से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें जैन संत आचार्य श्री 108 विद्यानंद जी महाराज की जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर दिया गया। राजधानी दिल्ली में आयोजित इस समारोह में देशभर से आए श्रद्धालुओं, जैन मुनियों और गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया।

शताब्दी समारोह का आयोजन केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और भगवान महावीर अहिंसा भारती ट्रस्ट के सहयोग से किया गया है। यह आयोजन पूरे वर्ष चलेगा, जिसमें आचार्य विद्यानंद जी के जीवन, दर्शन और शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

मां भारती को समर्पित करता हूं यह सम्मान - प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को राष्ट्र को समर्पित किया है । सम्मान को ग्रहण करते हुए उन्होंने कहा, “मैं खुद को इस उपाधि के योग्य नहीं मानता, लेकिन हमारी परंपरा में संतों से जो भी मिलता है, उसे 'प्रसाद' के रूप में स्वीकार किया जाता है। मैं इस ‘धर्म चक्रवर्ती’ उपाधि को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं और इसे मां भारती को समर्पित करता हूं । "

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने आचार्य विद्यानंद जी को ‘संयम, करुणा और विचारशीलता की पवित्र धारा’ बताते हुए कहा कि उनके जीवन से समाज को शांति और सह-अस्तित्व की प्रेरणा मिलती है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि 28 जून की तारीख इसलिए भी विशेष है क्योंकि इसी दिन वर्ष 1987 में विद्यानंद मुनिराज को ‘आचार्य’ की उपाधि प्रदान की गई थी।

पीएम मोदी ने कहा कि यह सिर्फ एक पद नहीं था, बल्कि यह एक विचारधारा थी जो जैन धर्म के मूल सिद्धांतों को समाज में स्थापित करने का कार्य करती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि,आज जब हम उनकी 100वीं जयंती मना रहे हैं, तो यह क्षण हमें उनके त्याग, तपस्या और सेवा भाव की याद दिलाता है ।

डाक टिकट का अनावरण

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आचार्य विद्यानंद जी की स्मृति में जारी किए गए विशेष डाक टिकट का अनावरण भी किया । प्रधानमंत्री ने डाक विभाग और संस्कृति मंत्रालय को इसके लिए बधाई दी और कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण को स्थायी स्मृति में बदलने का माध्यम है।