दिल्ली के शाहदरा इलाके में कांवड़ यात्रा मार्ग पर कांच के टुकड़े बिखरे पाए जाने के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है । इलाके में रहने वाले लोगों से पूछताछ के साथ-साथ आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है।
PWD के एक जूनियर इंजीनियर की सीमापुरी थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि कांच के टुकड़े न केवल आम राहगीरों के लिए खतरनाक हैं, बल्कि इससे कांवड़ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की धार्मिक भावना को भी ठेस पहुंच सकती है।
क्या है पूरा मामला ?
शनिवार शाम को शाहदरा स्थित कांवड़ यात्रा मार्ग पर करीब एक किलोमीटर तक बड़ी मात्रा में टूटे हुए कांच के टुकड़े पाए गए। यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब श्रावण मास के दौरान लाखों श्रद्धालु दिल्ली से होकर गुजरते हैं । इस घटना ने स्थानीय लोगों और प्रशासन दोनों के बीच चिंता बढ़ा दी है।
दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने इस घटना को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य धार्मिक सौहार्द बिगाड़ना और यात्रा में बाधा उत्पन्न करना हो सकता है। कई बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांच के टुकड़े जानबूझ कर फैलाए गए हो सकते हैं ताकि माहौल को खराब किया जा सके ।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने भी इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है । उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “दिल्ली के दिलशाद गार्डन क्षेत्र में एक किलोमीटर लंबे मार्ग पर टूटे कांच के टुकड़े पाए गए। जैसे ही प्रशासन को इसकी जानकारी मिली, तत्काल पुलिस और PWD की टीम को मौके पर भेजा गया। साथ ही सड़क की सफाई और FIR दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।”
स्थानीय लोगों की चिंता
घटना के बाद से स्थानीय नागरिकों में असुरक्षा का माहौल है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल धार्मिक यात्रा की शांति में बाधा डालती हैं, बल्कि इससे क्षेत्र की स्वच्छता पर भी बुरा असर पड़ता है । बता दें कि श्रावण मास के दौरान उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से करोड़ों श्रद्धालु हरिद्वार जाकर गंगाजल लाते हैं और शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं।
इस वर्ष अनुमान है कि 6 से 7 करोड़ कांवड़िए दिल्ली से होकर गुजरेंगे, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या लगभग 4 करोड़ थी । इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड पर है खासकर उन इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है जहां से होकर कांवड़ यात्रा गुजरती है ।