पीएम मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति से की बात, संवाद और कूटनीति का रास्ता अपनाने का किया आह्वान

Authored By: News Corridors Desk | 22 Jun 2025, 05:16 PM
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ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले ने दुनिया भर में चिंता बढ़ा दी है । दुनिया के कई देशों ने युद्ध को रोकने के लिए जल्द कदम उठाए जाने की वकालत की है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रविवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से फोन पर बात की है ।

 सोशल मीडिया साइट एक्स पर इस बारे में जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा- 'ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से मेरी बात हुई । हमने मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तार से चर्चा की । मैंने सैन्य संघर्ष पर गहरी चिंता व्यक्त की और तत्काल तनाव कम करने के लिए संवाद और कूटनीति का रास्ता अपनाने का अपना आह्वान दोहराया । मैंने क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और स्थिरता की शीघ्र बहाली की मांग की।'

बता दें कि इजरायल और ईरान दोनों ही से भारत के रिश्ते अच्छे हैं । यही वजह है कि भारत चाहता है कि बातचीत शुरू हो और ज्लेद से जल्द युद्ध बंद हो जाए । 

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अमेरिका की एंट्री के बाद जंग तेज होने का अंदेशा 

गौरतलब है कि रविवार तड़के अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों  फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर बमबारी कर तबाह कर दिया । अमेरिका के इस कदम के बाद इजरायल और ईरान के बीच जंग और तेज होने की आशंका है । अमेरिकी बमबारी के बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इजरायल की राजधानी तेल अवीब सहित कई शहरों पर मिसाइल से हमले किए । इसके बाद इजरायली सेना ने भी ईरानी इलाकों पर जोरदार हमला बोला ।

ईरान ने अमेरिकी हमले का करारा जवाब देने की भी बात कही है । इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि ईरान खाड़ी के कई देशों में स्थित अमेरिकी बेस पर हमला कर सकता है । यह भी माना जाता है कि यदि ऐसा हुआ तो अमेरिका पूरी तरह से युद्ध में शामिल हो जाएगा और ईरान के लिए परेशानी और बढ़ जाएगी । इसके साथ ही ऐसी स्थिति में कई दूसरे देशों के भी युद्ध की चपेट में आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता । 

क्या कहा ईरानी विदेशमंत्री ने

अपने परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले को ईरान ने ' खतरनाक आपराधिक व्यवहार' बताया है । ईरान के विदेश मंत्री विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची ने अमेरिकी हमले की निंदा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि,'आज सुबह की घटनाएं उकसाने वाली हैं और इसके दीर्घकालिक परिणाम होंगे ।'

ईरान ने कहा है कि अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए वह पूरी ताकत से जवाब देगा । ईरान ने अमेरिकी कार्रवाइयों को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी पर भी सवाल उठाया है और कहा है कि यह रवैया और व्यापक खतरे को जन्म देगी ।  ईरान ने अमेरिका पर अंतरराष्ट्रीय मानदंडों से बाहर जाकर काम करने आरोप लगाया है औऱ संयुक्त राष्ट्र से आपातकालीन सत्र बुलाने का आह्वान किया है । 

अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को किया तबाह

 रविवार को ईरान-इजरायल के बीच चल रही लड़ाई में अमेरिका की सीधी एंट्री के साथ नया मोड़ आ गया । अमेरिकी विमानों ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों  फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर बमबारी कर उसे तबाह कर दिया । इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि अब भी ईरान यदि शांति के रास्ते पर नहीं आता है तो उसे और घातक हमलों का सामना करना पड़ेगा । रूस और चीन सहित कई देशों ने ईरान पर अमेरिकी हमले की निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है ।