बिहार के आरा में 10 मार्च को जूलरी ब्रैंड तनिष्क के एक शोरूम में 25 करोड़ रुपये की लूट हो गई। दिनदहाड़े हुई इस लूट ने पुलिस को भी हिला दिया। सोमवार को दिनदहाड़े नकाबपोश बदमाशों के एक समूह ने तनिष्क शोरूम में घुसकर ग्राहकों और कर्मचारियों को बंदूक की नोक पर बंधक बना लिया। रिपोर्टस के मुताबिक सुबह साढ़े 10 बजे के आसपास 8 से 10 लोग हथियारों से लैस होकर शोरूम में घुसे थे। इसके बाद करीब 30 मिनट तक लूटपाट की। लुटेरे शोरूम में रखे सोने, चांदी और हीरे के गहने लेकर फरार हो गए। सामने आई सीसीटीवी फुटेज में हथियारबंद बदमाशों को ग्राहकों और कर्मचारियों को हाथ ऊपर उठाने के लिए कहते हुए भी दिखाया गया है। हैरानी की बात ये कि घटनास्थल से महज 500 मीटर की दूरी पर थाना बना है, लेकिन पुलिस को इतनी बड़ी लूट की भनक तक नहीं लगी।
शोरूम खुलने से लेकर डकैती तक की कहानी
सुरक्षा गार्ड मनोज कुमार ने पूरी घटना बताते हुए बताया कि सोमवार को शोरूम सुबह 10 बजे खुला था। छह अपराधी एक कार में आए और उसे सड़क के दूसरी ओर पार्क कर दिया। उन्होंने कहा, शोरूम की गाइडलाइन के अनुसार, हम एक साथ चार से अधिक लोगों के समूह को प्रवेश की अनुमति नहीं देते हैं, इसलिए हमने उन्हें जोड़े में प्रवेश की अनुमति दी। जब छठा व्यक्ति आया, तो उसने मेरे सिर पर पिस्तौल तान दी और मेरा हथियार मुझसे छीन लिया। इसके बाद, उन्होंने अपने बैगों में आभूषण भरने शुरू कर दिए। जब स्थिति तनावपूर्ण और अराजक हो गई तो कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए काउंटरों के पीछे छिप गए।
पुलिस की टीम और एसपी पहुंचे
लूटपाट के बाद बदमाश 10:45 बजे फरार हुए उसके बाद पुलिस को सूचना मिली। 10:55 बजे नगर पुलिस और 11:23 बजे एसपी भी शोरूम पहुंचे। पूरी घटना CCTV में कैद हो गयी थी जिसका फुटेज पुलिस ने देखा। पुलिस ने CCTV के आधार पर अपराधियों को चिह्नित कर लिया है। पहचान के आधार पर पुलिस ने लुटेरों का पीछा करना शुरू कर दिया है। बता दें कि शहर के सभी चौक-चौराहों पर नाकेबंदी कर दी गयी है। इसके साथ ही अपराधियों को पकड़ने के लिए एसआइटी की टीम बी गठित की गयी है।
एनकाउंटर में दो अपराधियों को लगी गोली
छापेमारी चल ही रही थी कि अचानक बड़हरा थाना के बबुरा छोटी पुल के पास अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस ने भी आत्मरक्षा के लिए फायरिंग की और दो अपराधियों के पैर में पुलिस की गोली लगी। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया साथ ही दो झोला आभूषण भी बरामद हुए हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया में देरी का आरोप
कंपनी नुकसान का आकलन करने और मामले की जांच करने में पुलिस की मदद कर रही है। वहीं शोरूम के कर्मचारियों ने भी पुलिस की प्रतिक्रिया में देरी का आरोप लगाया है। शोरूम मैनेजर ने दावा किया कि जब उन्होंने पहली बार पुलिस से संपर्क करने की कोशिश की, तो उनकी कॉल को नजरअंदाज कर दिया गया। शोरूम के कर्मचारी का कहना है कि "यह अधिकारियों की गलती है। यह सुबह का समय था, शाम या रात का नहीं। हम पुलिस को फोन कर रहे थे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।"