बलोच आर्मी ने कैसे हाईजैक की पाकिस्तान की जफर एक्सप्रेस ट्रेन , यहां समझें पूरा घटनाक्रम

Date: 2025-03-11
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पाकिस्तान में 182 लोग अब भी बलोच लिबरेशन आर्मी के कब्जे में हैं । ये सभी लोग उस ट्रेन में सवार थे जिसे BLA ने क्वेटा से पेशावर जाने के दौरान हाईजैक कर लिया था । बीएलए की ओर से उनके हमले में 20 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया है । इसके साथ ही एक ड्रोन को भी मार गिराने की बात कही गई है । बीएलए ने बयान जारी किया है जिसमें शहबाज शरीफ सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पाक आर्मी उनके खिलाफ एक्शन लेती है तो वह सभी बंधकों को मार देंगे। 

कहां हुई ट्रेन  हाईजैक ?

ये हमला मंलवार (09 मार्च, 2025) को  हुआ, जब ट्रेन गुडालार और पीरू कोनेरी इलाकों से गुजर रही थी । बीएलए के मुताबिक, एक सुरंग के पास उसके लड़ाकों ने ट्रैक को ब्लास्ट कर उड़ा दिया, जिस कारण चालक को ट्रेन रोकनी पड़ी । गाड़ी जैसे ही सुरंग में रुकी, बलोच आर्मी के लड़ाकों ने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया गया । बंदूकधारियों ने माच के पहाड़ी में ट्रेन को जबरन रूकवाया, जहां पर यात्रियों को बंधक बना लिया । ट्रेन में कुल 9 डिब्बे थे और इसमें 500 से ज़्यादा यात्री सवार थे । बीएलए ने कहा है कि हमने महिलाओं और बच्चों को छोड़ दिया है। 

क्या कह रहे पाकिस्तान के मंत्री ?

पाकिस्तान के  मंत्री मोहसिन नकवी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि, सरकार निर्दोष यात्रियों पर गोली चलाने वाले दरिंदों के लिए कोई रियायत नहीं बरतेगी । मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक बीएलए के लोगों ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर गोलीबारी की, जिससे ड्राइवर घायल हो गया । ट्रेन में सवार सुरक्षा गार्डों ने भी जवाबी गोलीबारी की। बीएलए का कहना है कि उसने जाफ़र एक्सप्रेस को हाईजैक करके पाकिस्तानी सेना के ज़मीनी हमले को पूरी तरह से विफल कर दिया है। भीषण झड़पों के बाद, पाकिस्तान के सैनिकों को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा ।

कौन  हैं बलूच विद्रोही ?

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) एक विद्रोही और सशस्त्र अलगाववादी संगठन है, जो पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में लंबे समय से एक्टिव है ।  ये लोग दशकों से पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं । बीएलए का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार बलूचिस्तान के समृद्ध गैस और खनिज संसाधनों का गलत तरीके से दोहन कर रही है, जिससे स्थानीय लोगों को उनके अधिकारों लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके साथ ही बीएल पाकिस्तानी सेना पर बलुचिस्तान के लोगों पर बर्बर अत्याचार करने का आरोप भी लगाता है । पाकिस्तान ने साल 2006 में ही बीएलए को आतंकी गुट करार दिया था । बलुचिस्तान में बलोच रिपब्लिकन आर्मी और लश्कर-ए-बलूचिस्तान जैसे कई गुट हैं जो आजादी की मांग रहे हैं ।