पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के प्रमुख और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक सनसनीखेज बयान देते हुए कहा है कि हमले के दौरान पाकिस्तान को यह लगा कि भारत ने परमाणु हमला कर दिया है। बिलावल ने दावा किया कि भारत ने ऐसी क्रूज मिसाइलें तैनात की थीं, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम थीं, और पाकिस्तान के पास केवल "कुछ सेकेंड" थे यह तय करने के लिए कि यह हमला परमाणु है या नहीं।
"चंद सेकेंड में लेना पड़ा फैसला": बिलावल का दावा
23 जून 2025 को लंदन में ब्रिटिश अखबार The Sunday Times से बातचीत में बिलावल भुट्टो ने कहा:
"ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने दोहरे उपयोग वाली क्रूज मिसाइलें तैनात की थीं। हमें सिर्फ कुछ सेकेंड मिले यह तय करने के लिए कि क्या ये परमाणु हमला है।"
बिलावल के अनुसार, पाकिस्तानी सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व को आसमान में मिसाइलों को देखकर तत्काल फैसला लेना पड़ा कि क्या ये मिसाइलें न्यूक्लियर थीं या पारंपरिक हथियार लेकर आई थीं।
सीजफायर पर शंका: “शांति नहीं, खतरा बना हुआ है”
बिलावल भुट्टो जरदारी ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही सीजफायर लागू हो गया हो, लेकिन दोनों देशों के बीच स्थायी शांति नहीं है। उन्होंने कहा:
“हालात बेहद खतरनाक हैं। भले ही संघर्ष विराम हुआ है, लेकिन हम युद्ध के सबसे करीब हैं। ऐसा माहौल बन रहा है कि जरा सी चिंगारी बड़े टकराव में बदल सकती है।”
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने सैन्य कार्रवाई को निम्न स्तर पर लाने की कोशिश की, लेकिन क्षेत्रीय हालात आज भी ‘अविश्वसनीय रूप से खतरनाक’ बने हुए हैं।
"अमेरिका के वादे पर किया सीजफायर"
बिलावल ने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने सीजफायर इसलिए स्वीकार किया था क्योंकि अमेरिका ने भरोसा दिया था कि टकराव के सभी मुद्दों पर बाद में बातचीत कराई जाएगी। हालांकि, उनके अनुसार ऐसा कुछ अब तक नहीं हुआ। उन्होंने कहा:
"हम नहीं चाहते कि युद्धविराम से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गलतफहमी हो कि खतरा टल गया है। ऐसा नहीं है – तनाव अब भी बरकरार है।"
भारत पर भारी पड़ी पाक सेना का दावा
बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपनी बातचीत में दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना ने भारत पर रणनीतिक बढ़त हासिल की। हालांकि यह बयान अंतरराष्ट्रीय मीडिया और सैन्य विशेषज्ञों के आकलन से मेल नहीं खाता, जहां ऑपरेशन सिंदूर को भारत की सटीक और प्रभावशाली जवाबी कार्रवाई के रूप में देखा गया। बिलावल इस समय नौ सदस्यीय पाकिस्तानी डेलीगेशन का नेतृत्व कर रहे हैं जिसे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने विदेशों में भेजा है। इस टीम का उद्देश्य है दुनियाभर में जाकर भारत के खिलाफ पाकिस्तान का पक्ष रखना और पाक सेना की ‘बहादुरी’ का प्रचार करना।