पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब कनाडा में हुए जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेकर लौटने वाले थे, इसी दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हे अमेरिका होते हुए वापस लौटने का न्यौता दिया था । तब नरेंद्र मोदी ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए मना कर दिया था । इस घटना को लेकर भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में काफी चर्चा हुई । इस बारे में काफी कुछ कहा-सुना गया ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इनकार को मौजूदा जियो पॉलिटिक्स से भी जोड़कर देखा गया । फिर भी प्रधानमंत्री चुप ही रहे । लेकिन अब उन्होंने पूरे मामले पर से पर्दा उठा दिया है । शुक्रवार को ओडिशा में पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने प्रेसिडेंट ट्रंप का न्योता क्यों स्वीकार नहीं किया ।
क्या कहा पीएम मोदी ने

भुवनेश्वर के जनता मैदान पर हजारों लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, 'मैं दो दिन पहले कनाडा में G7 समिट के लिए गया था । अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने मुझे फोन किया और कहा कि आप कनाडा तो आए ही हैं, तो वॉशिंगटन होकर जाइए । उन्होंने कहा कि साथ में खाना खाएंगे, बातें करेंगे । मैंने अमेरिका के राष्ट्रपति से कहा कि निमंत्रण के लिए धन्यवाद । लेकिन मुझे तो महाप्रभु की धरती (ओडिशा) पर जाना है । इसलिए मैंने उनके निमंत्रण को नम्रतापूर्वक मना किया । आप लोगों का प्रेम और महाप्रभु की भक्ति मुझे इस धरती पर खींचकर ले आई है । '
भाजपा सरकार की पहली वर्षगांठ के दिन ओडिशा को बड़ा तोहफा

गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में 18,600 करोड़ रुपये की 105 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया । उन्होंने कहा कि ओडिशा भारत की विरासत का चमकता सितारा है जिसने भारत की संस्कृति और विरासत को समृद्ध किया है। उन्होंने कहा कि विकास और विरासत के मंत्र के साथ ओडिशा की भूमिका और भी बढ़ गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ओडिशा भी दशकों से कई समस्याओं से जूझ रहा था । भ्रष्टाचार और लाल फीताशाही हावी थी । गरीबों और किसानों तक उनका पूरा हक नहीं पहुंच पाता था । इंफ्रास्ट्रक्चर बेहाल था और अनेक क्षेत्र विकास में पीछे छूटते जा रहे थे । लेकिन पिछले एक साल से विकास का जो डबल इंजन यहां चला है उससे हालात बदलते दिख रहे हैं ।

अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर भी जोरदार हमला बोला । उन्होंने कहा कि, करप्शन ही कांग्रेस के विकास मॉडल की पहचान थी, लेकिन अब देश पिछले कुछ साल से बीजेपी के विकास मॉडल को देख रहा है । पीएम मोदी ने असम और त्रिपुरा का जिक्र करते हुए कहा कि बीते दशक में देश के कई राज्य ऐसे हैं जहां पहली बार बीजेपी की सरकारें बनी हैं जिसके बाद सामाजिक और आर्थिक परिवर्तनों का भी नया दौर शुरू हुआ है ।
20 जून का दिन उड़ीसा सरकार के लिए बेहद खास है । इसी दिन राज्य में बीजेपी की पहली सरकार ने शपथ ली थी और यह सरकार की पहली वर्षगांठ है । इस मौके पर पार्टी और सरकार की ओर से जश्न भी मनाया गया । प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को बधाई देते हुए कहा कि, यह सुशासन की स्थापना की वर्षगांठ है। यह एक वर्ष जनसेवा और जनविश्वास को समर्पित है।