12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आई है । यह रिपोर्ट एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने तैयार की है। इसमें दुर्घटना की वजह फ्यूल सप्लाई बंद होना बताया जा रहा है ।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि , एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने यह जांच पारदर्शी और पेशेवर तरीके से की है। लेकिन यह रिपोर्ट अभी प्रारंभिक है, इसलिए अंतिम रिपोर्ट आने तक कोई निष्कर्ष निकालना उचित नहीं होगा ।
हादसे की शुरुआती वजह क्या रही?
एएआईबी की शुरुआती जांच रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान के दोनों इंजनों में ईंधन की सप्लाई उड़ान भरने के सिर्फ तीन सेकंड बाद बंद हो गई । जांच में सामने आया है कि ईंधन को नियंत्रित करने वाला स्विच एक-एक सेकंड के अंतर से रन मोड से कट-ऑफ मोड में बदल गए थे । इससे इंजन बंद हो गए ।
हालांकि एएआईबी की जो रिपोर्ट सामने आई है उसमें यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि ईंधन सप्लाई जानबूझकर बंद किया गया किया गया या यह गलती से हुआ । रिपोर्ट में कॉकपिट में पायलटों की बातचीत का भी जिक्र है, जिसमें एक पायलट दूसरे से पूछता है कि उसने ईंधन क्यों बंद कर दिया । इसपर दूसरा पायलट जवाब देता है कि उसने ऐसा नहीं किया ।
पायलटों पर भरोसा-नायडू
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि, भारत के पायलट और क्रू दुनियाभर में सबसे बेहतर माने जाते हैं। ये लोग हमारी विमानन व्यवस्था की रीढ़ हैं । उन्होंने कहा कि केवल पायलटों की बातचीत के आधार पर कोई फैसला नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह बातचीत बहुत संक्षिप्त थी।
बता दें कि इस फ्लाइट की कमान 56 साल के सुमीत सभरवाल के पास थी, जिनके पास 15,638 घंटे का उड़ान अनुभव था। उनके साथ 32 साल के को-पायलट क्लाइव कुंदर थे, जिन्हें 3,403 घंटे का अनुभव था।