बाहुबली नेता का तमगा ब्रजभूषण शरण सिंह के लिए बड़ी मुसीबत रहा है तो वहीं कुछ लोग इसे एक उपलब्धि भी मानते है । बहरहाल आपको बता दें कि ब्रजभूषण शरण सिंह किसी पद पर रहें या न रहें, मीडिया की सुर्खियों में हमेंशा बने रहते हैं ।
इन दिनों सोशल मीडिया पर उनका नया वाला हेलीकॉप्टर चर्चा में है । बाहुबली नेता का शौक़ ही बड़ी चीज है और इसके लिए वो कुछ भी कर सकते हैं । ऐसे वक़्त में जब लोग उनकी सियासी पारी को लेकर तंज कस रहे हों ,उन्होंने हेलीकॉप्टर वाला दांव चल हलचल मचा दी है । एक पैग़ाम भी दे दिया कि वो किसी प्रेशर में नहीं हैं ।
चर्चा में ब्रजभूषण का नया हेलीकॉप्टर
बाहुबली ब्रजभूषण शरण सिंह ने एक और हेलीकॉप्टर खरीदा है । वो घुड़सवारी के शौकीन हैं और उनके बेड़े में एक से एक बेहतरीन नस्ल के घोड़े हैं । लक्जरी गाड़ियों के भी वो पुराने कद्रदान रहे हैं । लेकिन ऐसा लगता है अब उन्हें ज़मीन से ज़्यादा आसमान रास आ रहा है, लिहाजा बेड़े में हेलीकॉप्टर की संख्या बढ़ती जा रही है ।
ऐसे में एक सवाल उठता है कि आखिर पहले से ही जब उनके पास निजी हेलीकॉप्टर मौजूद है तो फिर से नया हेलीकॉप्टर खरीदने की क्या जरूरत थी ?
नए हेलीकॉप्टर की इनसाइड स्टोरी
खबर ये है कि ब्रजभूषण शरण सिंह ने नया हेलीकॉप्टर अपने लिए नहीं ख़रीदा है । उन्होने ये हेलीकॉप्टर अपने नन्हे से पोते को गिफ्ट किया है । ये अलग बात है कि उनका पोता हेलीपॉप्टर उड़ाने के लिए अभी बहुत छोटा है । तो क्या पोते को दिया गया ये गिफ्ट ब्रजभूषण शरण सिंह की राजसी जीवन शैली का महज हिस्सा भर है या फिर इसके जरिए वो कोई और संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं ?
कौन सा संदेश देना चाहते हैं ब्रजभूषण शरण सिंह ?
क्या गोंडा के पूर्व सांसद ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि भले ही इस समय किसी महत्वपूर्ण पद पर नहीं हैं , फिर भी न तो उनकी हनक कम हुई है और न ही उनके जीने का अंदाज बदला है और न ही जनता की नब्ज पर उनकी पकड़ ढ़ीली पड़ी है ?
तो क्या बड़े पद और उसके पावर के बिना ब्रजभूषण शरण सिंह अब असहज होने लगे हैं ? या फिर उनकी पार्टी बीजेपी की ओर से कोई नया संकेत मिल गया है ? क्या जल्द ही ब्रजभूषण की उत्तर प्रदेश की सक्रिय राजनीति में वापसी होगी ? दरअसल इन सवालों का जवाब तलाशने से पहले उन वजहों पर गौर करना जरूरी है जिनकी वजह से उन्हे इससे दूरी बनानी पड़ी या उन्हें हाशिए पर डाल दिया गया ।
महिला पहलवानों ने लगाए गंभीर आरोप
देश की कई महिला पहलवानों ने ब्रजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के बेहद गंभीर आरोप लगाए । साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने दिल्ली में कई दिनों तक धरना -प्रदर्शन किया जिसके बाद उन्हें भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा । ब्रजभूषण शरण सिंह ने इसे राजनीति से प्रेरित बता कर आरोपों को सिरे से खारिज किया । लेकिन बीजेपी ने विपक्ष को इसे चुनाव में मुद्दा बनाने का मौक़ा नहीं दिया । लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हे टिकट नहीं दिया । हालांकि ब्रजभूषण सिंह ने अपनी जगह बेटे को बीजेपी का उम्मीदवार बनवाया और आसानी से जीत भी तय कर दी ।