उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आज़म क्या अब रामपुर छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं ? चर्चा का बाजार गरम है और लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं । लेकिन सवाल यह उठता है कि आख़िर वो कहां की उड़ान भरने वाले हैं ?
दरअसल अब्दुल्ला आज़म जेल से बाहर तो आ गए हैं, लेकिन उनकी मुसीबतें कम होती नहीं दिख रही है । राजनीतिक अखाड़े में उनके सामने अब नई चुनौतियाँ है , तो कोर्ट कचहरी में मुक़दमों के अंबार से पार पाना भी कोई आसान काम नहीं है ।
दशकों तक रामपुर पर आज़म खान और उनके परिवार ने एकक्षत्र सियासी राज किया लेकिन अब वो दिन लद चुके हैं । आज स्थिति यह है कि आजम खान अब भी जेल में हैं । उनका बेटा अब्दुल्ला आज़म जेल के बाहर तो आ गया है लेकिन कोर्ट के ही चक्कर लगा रहा है । अब्दुल्ला आजम की 17 महीने बाद रिहाई हुई और रिहाई के 30 घंटे के अंदर उनको फिर कोर्ट में पेश होना पड़ा । ऐसे में खबर है कि आजम खान ने बेटे के लिए
बेटे अब्दुल्ला के लिए आजम ने तैयार किया प्लान ?
सूत्रों की मानें तो जेल में बैठे आजम खान ने बेटे अब्दुल्ला आजम के लिए नया प्लान तैयार किया है । राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अब्दुल्ला के लिए आजम खान ने एक सेफ सीट तलाश ली है । इसके लिए आने वाले दिनों में उन्हे महाराष्ट्र से समाजवादी पार्टी की राजनीति में उतारा जा सकता है । हालांकि ये प्लान तभी सफल हो सकता है जब उत्तर प्रदेश में चल रहे अदालती मामलों से कोई अड़चन पैदा न हो ।
अबु आजमी के बाद महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं है । ऐसे में अब्दुल्ला आज़म को मुंबई की राजनीति में उतारना आसान रहेगा । उधर अब्दुल्ला की नई हेयर स्टाइल और नये लुक को लेकर भी लोग कई तरह के क़यास लगा रहे हैं ।
विधायक बनने के बाद शुरू हुई परेशानी
अब्दुल्ला आजम जबसे अब्द स्वार सीट से विधायक बने उनके ऊपर संकट के बादल मंडराने लगे । 2017 में MLA बनते ही वो उम्र को लेकर विवादों में घिर गए । उनपर गलत तरीके से उम्र बढ़ाकर चुनाव लड़ने का आरोप साबित हो गया और अदालती आदेश से विधायकी चली गई ।
2019 में 2 जन्म प्रमाण पत्रों की वजह से फिर विवादों में घिरे । दो पैन कार्ड और दो पासपोर्ट रखने का विवाद भी अदालत की चौखट तक जा पहुँचा । फिलहाल अब्दुल्ला 45 से ज़्यादा मामलों में आरोपी हैं । 2020 में पिता आज़म खान के साथ कोर्ट में सरेंडर करने के बाद उन्हे सीतापुर जेल भेजा गया । करीब 23 महीने बाद अक्टूबर 2023 में जमानत मिली । 2 जन्म प्रमाण पत्र मामले में उन्हे 7 साल की सजा सुनाई गई जिसमें 26 फरवरी को हाईकोर्ट से जमानत मिली है ।
समाजवादी पार्टी से नाखुश हैं आजम खान
कभी मुलायम सिंह यादव के खासमखास रहे आज़म खान को फ़िलहाल समाजवादी पार्टी ने भी हाशिए पर डाल रखा है । कहते हैं अखिलेश यादव भी चाचा आज़म खान को लेकर दुविधा में रहे हैं । उन्होंने आज़म खान परिवार को वो रूतबा नहीं दिया, जो मुलायम राज में हासिल था ।
आज़म खान के विरोध के बावजूद रामपुर की राजनीति में मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को तरजीह देकर अखिलेश यादव ने अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए । तबसे आजम काफी नाराज बताए जाते हैं । उनका यह भी कहना है कि मुसीबत भरे दिनों में अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी ने साथ नहीं दिया ।
रिपोर्ट : कुलभाष्कर ओझा